84th Foundation Day : बस्तर में शक्ति का शौर्य, पहली बार आदिवासी बहुल बस्तर में सीआरपीएफ का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया
जगदलपुर, 25 मार्च। 84th Foundation Day : नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले बस्तर में सीआरपीएफ अपना 84वां स्थापना दिवस मना रही है। करनपुर कैंप में कोबरा के 201/204 बटालियन के परेड ग्राउंड में कार्यक्रम जारी है। अलग-अलग सेक्टर के जवानों ने परेड की।
इस बीच गृहमंत्री ने परेड की सलामी ली। जवानों को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अब अंतिम चरण में है। महिला कमांडोज का हैरतअंगेज प्रदर्शन देखकर लोगों ने दांतों तले ऊंगली दबा ली।
अमित शाह ने CRPF के 84वें स्थापना दिवस पर बधाई दी। 2249 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर कार्यक्रम की शुरुआत की। अमित शाह ने कहा मैं बस्तर में खड़ा होकर आप लोगों के बीच बोल रहा हूं। आज नक्सलियों का जो खात्मा हो रहा है। ये CRPF की बदौलत है।
पहली बार आदिवासी बहुल बस्तर में सीआरपीएफ का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है। शाह ने सीआरपीएफ की तारीफ करते हुए कहा कि देश में कहीं कोई अप्रिय घटना होती है और फिर खबर आती है कि वहां सीआरपीएफ की टीम पहुंच चुकी है तो मेरी चिंता खत्म हो जाती है। मैं जानता हूं कि जहां सीआरपीएफ है, वहां सब कुछ अच्छा होगा।
नक्सल घटनाओं में 76 फीसदी कमी
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जब गृहमंत्री थे, तब सीआरपीएफ का गठन किया गया था। एक बटालियन से शुरू हुआ सीआरपीएफ आज जम्मू कश्मीर से लेकर देश के कोने-कोन में शांति और विकास कार्य स्थापित करने में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के जवानों के साहस और स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय बनाकर नक्सलवाद को खत्म करने के लिए जॉइंट ऑपरेशन किया जा रहा है। इससे 2010 के मुकाबले देश में नक्सल घटनाओं में 76 प्रतिशत और नक्सल घटनाओं (84th Foundation Day) में होने वाली मौत में 78 प्रतिशत कमी आई है।