Big Action on Hospitals : रामकृष्णा-बालाजी समेत 5 हॉस्पिटलों पर बड़ी कार्रवाई…17 लाख का जुर्माना भी लगा
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ.खबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत पंजीकृत अस्पतालों के ऑडिट में मिली थी गड़बड़ियां
- नवापारा रायपुर के तीन, बिलासपुर व रायपुर के एक अस्पताल के खिलाफ की गई कार्यवाही
- तीन अस्पतालों को योजना से निलंबित कर किया गया अर्थदण्ड
- एक अस्पताल का निलंबन व एक अस्पताल के खिलाफ किया गया है अर्थदण्ड़
- कुल पांच अस्पतालों के खिलाफ की गई है कार्यवाही
रायपुर, 31 जनवरी। Big Action on Hospitals : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत पंजीकृत अस्पतालों का ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से उपचार लेने वाले मरीजों का ऑडिट किया जाता है। विगत दिनों इस ऑडिट के दौरान कुछ अनुबंधित निजी अस्पतालों में गड़बड़ियां पाई गई थी। ऐसे रायपुर व बिलासपुर के पांच अस्पतालों के खिलाफ निलंबन व अर्थदण्ड की कार्यवाही की गई है।
संचालक स्वास्थ्य सेवायें सह मुख्य कार्यपालन अधिकारी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना राज्य नोडल एजेंसी रायपुर के द्वारा ऑडिट में गड़बड़ी पाये जाने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश जारी कर दिये गये हैं। नवापारा रायपुर का अंजली नर्सिंग होम, माहेर हॉस्पिटल व शाह नर्सिंग होम व बिलासपुर का बालाजी हॉस्पिटल के साथ रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के खिलाफ कार्यवाही की गई है।
यह हुई कार्यवाही
बिलासपुर के बालाजी हॉस्पिटल को (Big Action on Hospitals) एक साल के लिये निलंबित, नवापारा रायपुर के अंजली नर्सिंग होम के खिलाफ तीन लाख का अर्थदण्ड व एक साल का निलंबन, नवापारा रायपुर के ही माहेर हॉस्पिटल के खिलाफ पांच लाख का अर्थदण्ड व एक साल का निलंबन, नवापारा रायपुर के ही शाह नर्सिंग होम के खिलाफ तीन लाख का अर्थदण्ड व एक साल के निलंबन की कार्यवाही हुई है। इसके अलावा रायपुर पचपेड़ी नाका स्थित रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के खिलाफ योजनांतर्गत उपचारित मरीजों से अतिरिक्त राशि लिये जाने के मामले में राशि 6,16,834/- का अर्थदण्ड लिया गया है साथ ही इतनी ही राशि संबंधित मरीजों को वापस दिलायी गई है।
टोल फ्री नंबर में करें शिकायत
योजनांतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में (Big Action on Hospitals) किसी भी तरह की दिक्कत होने पर मरीज या उसके परिजन सीधे टोल फ्री नंबर 104 या 14555 में शिकायत कर सकते हैं। शिकायत के आधार पर त्वरित कार्यवाही की जाती है। इसके अलावा उपचारित मरीजों की आनलाईन सॉफ्टवेयर में उपलब्ध डेटा का आडिट भी लगातार संबंधित चिकित्सकों के द्वारा किया जाता रहता है। इसके आधार पर भी राज्य नोडल एजेंसी रायपुर द्वारा समय-समय पर कार्यवाही की जाती है जिससे मरीजों को निःशुल्क व समुचित उपचार मिल सके।