रायपुर, 13 अप्रैल। Congress Communication Department : कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे से छत्तीसगढ़ भाजपा में घबराहट फैल गयी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रियंका गांधी के छत्तीसगढ़ बस्तर को लेकर भाजपा नेताओं के बयान यह बताने के लिये पर्याप्त है कि उनके दौरे से भाजपा नेता डरे हुये है। प्रियंका गांधी के दौरे से बिरनपुर की घटना से जोड़ना भाजपा की स्तरहीन राजनीति है। मुद्दाविहीन भाजपा लाशों पर राजनीति करना चाहती है। बिरनपुर के मामले में भाजपा सांप्रदायिकता का गंदा खेल खेलना चाहती है जिसे जनता ने नकार दिया। प्रियंका गांधी की लोकप्रियता और उनकी जनस्वीकार्यता से भाजपा के नेताओं में बेचैनी है, प्रियंका गांधी के कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ा। इसके पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह भी बस्तर का दौरा करके गये थे लेकिन जनता ने शाह के दौरे को नकार दिया था। इस कारण भी भाजपा के नेताओं को प्रियंका गांधी के दौरे से डर लग रहा है और अनर्गल बयानबाजी कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य में भाजपा मुद्दों के दिवालियेपन से जूझ रही है, उसके पास जनहित के उठाने के लिये मुद्दे नहीं बचे है। ऐसे में बस्तर जैसे क्षेत्र में भरोसे का सम्मेलन में प्रियंका गांधी का आना, उनकी सभा में लोगों का हुजूम उमड़ना इस बात का प्रमाण है कि आने वाले चुनाव में भी बस्तर में भाजपा का फिर खाता नहीं खुलने वाला और पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा 2023 के चुनाव में दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंच पायेगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुये कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से प्रदेश के आम आदमी के जीवन स्तर में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। छत्तीसगढ़ में पिछले चार साल में महिलायें सशक्त हुई है और राज्य के वंचित वर्ग के लोगों में भरोसा पैदा हुआ है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भरोसे का सम्मेलन से कांग्रेस में फिर से एक बार प्रचंड बहुमत से सरकार में वापसी की आशा पैदा हुई है तथा भाजपा का बचा हुआ आत्म विश्वास भी समाप्त हुआ है। छत्तीसगढ़ में युवा, मजदूर, किसान, सभी वर्ग के लोग खुश है तथा सरकारी योजनाओं के माध्यम से मिल रहे लाभ से उनमें सरकार के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ है।