रायपुर, 14 जून। Electoral Strategies : PCC चीफ मोहन मरकाम ने कहा, चुनावी रणनीतियों पर चर्चा हुई है। हमारे बड़े नेता भी बूथ तक जाएंगे। एक और बैठक 22 जून को होगी। भाजपा का ऑपरेशन लोटस छत्तीसगढ़ में सफल नहीं होगा। ओम माथुर को अरुण साव द्वारा बघवा बताए जाने पर मरकाम ने कहा, इससे पहले कई बघवा आए और चले गए।
इससे पहले बस्तर में सम्मेलन के ठीक बाद मंत्री मोहम्मद अकबर के बंगले में एक बैठक रखी गई थी और अब अंबिकापुर में संभागीय सम्मेलन की समाप्ति के बाद रविन्द्र चौबे के बंगले में यह बैठक रखी गई है।बताया जा रहा है कि चुनाव से पहले सत्ता और संगठन के बीच समीकरण बनाने की पूरी कोशिश कुमारी सेलजा कर रही हैं और इसलिए मंत्रियों के बंगले में पॉलिटिकल मीटिंग्स रखी जा रही हैं। इसके अलावा मंत्री रविन्द्र चौबे की तबीयत पिछले कुछ समय से नासाज चल रही है। तीनों नेताओं ने चौबे से उनका हालचाल भी जाना है।
मंत्री अकबर के बंगले में भी हुई थी सियासी चर्चा
3 जून को बस्तर में संभागीय सम्मेलन के तुरंत बाद वन मंत्री मोहम्मद अकबर के बंगले में डिनर पार्टी के साथ एक बैठक रखी गई थी। जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, सत्यनारायण शर्मा और धनेन्द्र साहू पहुंचे थे।
इससे पहले मंत्री मो अकबर के बंगले 3 जून को बैठक रखी गई थी
बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि मोहम्मद अकबर के बंगले में भोज के साथ कुछ राजनीतिक चर्चाएं भी हुईं। जिसमें संभागीय सम्मेलनों को जिला स्तर और विधानसभा स्तर पर कैसे ले जाना है। इस पर रणनीति बनी है। भूपेश बघेल से जब पूछा गया कि विधानसभा चुनाव को लेकर क्या आने वाले समय में और भी मंत्रियों के घर भी बैठकें होंगी, इस पर उन्होंने कहा, कभी भी किसी के यहां बैठक हो सकती है।