Environment Protection : पर्यावरण-संरक्षण के कार्य की निरंतरता जरूरी…राजाभोज विमान तल के निकट मियावाकी पद्धति से 311 पौध रोपे गए
![Environment Protection: Continuity of the work of environmental protection is necessary… 311 saplings were planted by Miyawaki method near Raja Bhoj airport.](https://bharatbandhu.org/wp-content/uploads/2023/06/TN5-Bhopal050623054829.jpg)
भोपाल, 05 जून। Environment Protection : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पौध-रोपण रस्मी नहीं संकल्प बनना चाहिए। पौधे लगा कर हम धरती बचाने के साथ अपनी साँसों का इन्तजाम भी करते हैं। मुख्यमंत्री ने नागरिकों का आहवान किया कि पौधे लगाएँ और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी लें। मुख्यमंत्री ने राजा भोज विमानतल के निकट विश्व पर्यावरण दिवस पर पौध-रोपण के बाद यह बात कही। मुख्यमंत्री के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, रहवासी संघों, गायत्री परिवार, स्काउट- गाइड, एनसीसी, एनएसएस के कैडेट्स और नागरिकों ने पौधे रोपे। मियावाकी पद्धति से 311 पौधे रोपे गए। इनमें शीशम, अमलतास, पीपल, गूलर जैसे बड़े वृक्षों के पौधे और झाड़ी नुमा वृक्षों के पौधे भी शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भौतिकता के लिए धरती माँ से अन्याय किया गया है। धरती माता के अंधाधुंध शोषण के परिणामस्वरूप मौसम चक्र बदला है। हम अपनी जीवन-शैली में थोड़ा सा बदलाव कर और पौधे लगा कर धरती की सेहत को बेहतर कर सकते हैं। हमें अपने जन्म-दिवस, विवाह वर्षगाँठ, परिजन की स्मृति और अपनी उपलब्धियों पर पौधे लगाने को अपनी आदत बनाना होगा। साथ ही बिजली, पानी की बचत और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने का संकल्प लेकर भी हम पर्यावरण-संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उत्साह और सकरात्मक सोच के साथ पर्यावरण-संरक्षण के लिए कार्य की निरंतरता बनाए रखना जरूरी है।