Media Conference In Gyan Sarovar : सोशल मीडिया पर नहीं होनी चाहिए नकारात्मकता हावी
मांऊट आबू, 07 मई। Media Conference In Gyan Sarovar : ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मीडिया प्रभाग द्वारा नैसर्गिक सौन्दर्य से घिरे ज्ञान सरोवर में चल रहे मीडिया सम्मेलन के खुले सत्र में बेबाक चर्चा के दौरान मीडिया विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि सोशल मीडिया पर किसी भी सूरत में नकारात्मकता को हावी नहीं होने देना चाहिये।
‘‘वर्तमान परिदृश्य में सोशल मीडिया के सकारात्मक तथा नकारात्मक पक्ष“ पर चर्चा की शुरुआत करते हुए के. बी. सी. उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगांव के सहायक प्रोफेसर डा. सोमनाथ वडनेरे ने कहा कि प्रत्येक सिक्के की तरह सोशल मीडिया के भी दो पहलू हैं। सकारात्मकता व नकारात्मकता साथ-साथ चल रही है। जरूरी यह है कि सोशल मीडिया का उपयोग हो, दुरुपयोग नहीं।
आकाशवाणी के पूर्व संयुक्त निदेशक राजेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि सोशल मीडिया असंख्य लोगों को परस्पर जोड़ता है। विदेश में बसे परिवारों के सामाजिक कार्यक्रमों में हम वहां बैठे वर्चुअली शामिल हो जाते हैं। लेकिन नकारात्मक पक्ष यह है कि फर्जी व्हाट्सअप ग्रुपों के माध्यम से असामाजिक तत्व करोड़ों लोगों को ठग रहे हैं। उन पर अंकुश लगाना आसान नहीं लग रहा सोशल मीडिया युवा पीढी को पथभ्रमित कर रहा है। पारिवारिक संस्कार लुप्त होते जा रहे हैं। वन्दना मीडिया अंतर्राष्ट्रीय जनसंचार नोयडा की निदेशिका वन्दना यादव ने कोविड काल के हवाले से कहा कि तब सोशल मीडिया ने संक्रमण से लड़ने के लिये घरातल पूरी दुनिया में तैयार किया।
ऑन-लाईन शिक्षा व सामान्य ज्ञान बढ़ाने में भी सोशल मीडिया सहायक बना लेकिन इसके फैलाव के कारण संवाद की गहराई समाप्त हो रही है। दृष्टि व मानसिक चेतना पर प्रभाव पड़ रहा है। लोग दिनचर्या का आधा हिस्सा मोबाईल पर नष्ट कर रहे हैं।
मीडिया प्रभाग के राष्ट्रीय समन्वयक ब्र.कु. निकुंज ने कहा कि सोशल मीडिया उपकरण बनाने वालों ने कल्पना नहीं की होगी कि लोग इनके गुलाम बन जायेंगे। खुले सत्र का बखूबी संचालन करते हुए बुक, पूनम चंडीगढ़ ने कहा कि 6 साल से कम उम्र के बच्चों के हाथों में मोबाइल थमाकर मां बाप शारीरिक रूप से उनका भविष्य अंधकारमय बना रहे हैं। मनीपाल विश्वविद्यालय जयपुर के वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर डा. अमित वर्मा ने कहा कि लोग परिवार जनों की बजाय सोशल मीडिया प्लेटफार्म वाले मित्रों से मित्रता गाढी करने के बाद उन्हीं के हाथों होने वाली ट्रोलिंग से परेशान होते हैं, सबक फिर भी नहीं सीखते ।
श्रमजीवी पत्रकार संघ घीयाणा के भिवानी से आये अध्यक्ष अजय मलहोत्रा ने कहा कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल में संतुलन यकीनी बनाया जाये ताकि उसका नकारात्मक पत्र हम पर हावी न हो। विश्वसनीयता परखे बिना सोशल मीडिया की सूचनाओं का प्रसार करने से परहेज जरुरी है।