Naxalite Breaking : 1-2 नहीं 48 जवानों का हत्यारा नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर…छत्तीसगढ़ में भी किया बड़ा हमला…15 लाख का इनामी
रांची, 08 नवंबर। Naxalite Breaking : 48 जवानों के हत्यारे नक्सली कमांडर नवीन उर्फ सर्वजीत यादव ने पुलिस की दबिश से परेशान होकर आज चतरा पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। चतरा पुलिस लाइन में आज बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में नवीन यादव ने एसपी राकेश रंजन, डीसी अबू इमरान और सीआरपीएफ के अधिकारियों के समक्ष विधिवत रूप से सरेंडर कर दिया। नवीन यादव भाकपा माओवादी संगठन में रीजनल कमेटी का सदस्य है। उस पर झारखंड सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
नवीन यादव मूल रूप से चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के बांसबूटा गांव का रहने वाला है। गौरतलब है कि झारखंड सरकार के द्वारा आत्मसमर्पण नीति को सुलभ बनाने के लिए खुला जेल सह पुनर्वास कैम्प नियमावली में संशोधन किया गया है। जिससे प्रभावित होकर नवीन यादव ने सरेंडर किया है। अब उसे हजारीबाग जिला स्थित खुला जेल भेज दिया जायेगा।
नवीन यादव पर दर्ज हैं कुल 72 मामले
नवीन यादव के खिलाफ कुल 72 मामले दर्ज है। जिनमें झारखंड के चतरा में 16, लातेहार में 16, गढ़वा में 07, पलामू में 02 बिहार के गया में 06 और छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला में 04 मामले दर्ज हैं। झारखंड सरकार ने उस पर पहले 10 लाख रुपये का इनाम रखा था, जिसे बाद में बढ़ा कर 15 लाख रुपये कर दिया गया। नवीन नक्सलियों के गढ़ बूढ़ा पहाड़ और छकरबंधा के इलाके में सक्रिय था। जून 2016 में औरंगाबाद गया सीमा पर बड़ा नक्सल हमला हुआ था। इसमें 10 कोबरा के जवान शाहिद हुए थे। इस हमले में माओवादियों का नेतृत्व नवीन यादव ही कर रहा था।
नवीन यादव 2013 में लातेहार के कटिया हमले का भी मुख्य आरोपी है। इस हमले में 17 जवान शहीद हुए थे। 2011 में चतरा के तत्कालीन सांसद इंदर सिंह नामधारी के काफिले हमले में आठ जवान और जनवरी 2012 में गढ़वा के भंडरिया में नक्सल हमले में थाना प्रभारी समेत 13 जवान शहीद हुए थे। नवीन यादव झारखंड-बिहार के नक्सलियों के बीच की कड़ी है।
चचेरे भाई से हुए विवाद के बाद नक्सली संगठन में हुआ था शामिल
नवीन यादव अपने चचेरे भाई से हुए जमीनी विवाद को लेकर साल 2000 में भाकपा माओवादी संगठन में शामिल हुआ था। तब से वह संगठन में सक्रिय रूप से कार्य करने लगा। शुरुआत में लोकल होने के कारण माओवादी संगठन के द्वारा नवीन यादव को ग्रामीणों को संगठन में जोड़ने की जिम्मेदारी दी गयी, ताकि ग्रामीण स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा सके। नवीन की कार्यशैली को देखते हुए उस समय के कमांडर अनुराग यादव के नेतृत्व में साल 2003 में हुई बैठक में नवीन यादव को एलओएस बनाया गया था।
साल 2005 से लेकर 2007 तक गया जिले के बांकेबाजार क्षेत्र का एरिया कमांडर और साल 2007 से 2009 तक बिहार के औरंगाबाद क्षेत्र का सब जोनल कमांडर बनाया गया था। इसके अलावा साल 2009 से 2012 तक मध्य जोन का जोनल कमांडर बनाया गया। 2012 में नवीन यादव को भाकपा माओवादी संगठन में रिजनल कमांडर (Naxalite Breaking) का पद दिया गया और बिहार रिजनल कमेटी का सदस्य बनाया गया।